Tuesday, August 20, 2024

बरसात के मौसम में बीमारी से कैसे बचें ?




बरसात के मौसम में बीमारियों से बचने के लिए कुछ सावधानियाँ अपनाना ज़रूरी है। यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं:

  1. स्वच्छता बनाए रखें:

    • हाथों को बार-बार धोएं, खासकर खाने से पहले और बाथरूम इस्तेमाल करने के बाद।
    • खुले में कचरा न फेंकें और जल निकासी की व्यवस्था ठीक रखें ताकि पानी जमा न हो।
  2. पानी का ध्यान रखें:

    • केवल उबला या साफ पानी ही पिएं।
    • पानी की सफाई के लिए फिल्टर या जल शोधन टेबलेट का उपयोग करें।
  3. स्वस्थ आहार का सेवन करें:

    • ताजे और पके हुए खाद्य पदार्थ खाएं।
    • सड़ने या बासी खाद्य पदार्थ से बचें।
  4. मच्छरों से बचाव करें:

    • मच्छरदानी का इस्तेमाल करें और मच्छर रोधी क्रीम लगाएं।
    • पानी जमा न होने दें, खासकर घर के आस-पास।
  5. मौसमी बीमारियों की जानकारी रखें:

    • बुखार, जुकाम, फ्लू और डायरिया जैसे लक्षणों के प्रति सतर्क रहें और जल्दी इलाज कराएं।
  6. गर्म कपड़े पहनें:

    • ठंड से बचने के लिए हल्के गर्म कपड़े पहनें।
  7. स्वास्थ्य जांच:

    • नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच कराएं और डॉक्टर की सलाह लें।

इन साधारण उपायों को अपनाकर आप बरसात के मौसम में कई बीमारियों से सुरक्षित रह सकते हैं।

कमर दर्द से कैसे आराम हो। कौन सा आसन करना चाहिए?

 


कमर दर्द से आराम पाने के लिए आप निम्नलिखित आसनों का अभ्यास कर सकते हैं:


1. **भुजंगासन (Cobra Pose)**:

   - पेट के बल लेट जाएं और अपने हाथों को कंधों के नीचे रखें।

   - धीरे-धीरे अपनी छाती को ऊपर उठाएं, कमर को झुकाते हुए।

   - इस स्थिति में कुछ सेकंड रुकें और फिर वापस आ जाएं।

   - यह आसन रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है और कमर दर्द से राहत देता है।


2. **अर्ध मत्स्येन्द्रासन (Half Lord of the Fishes Pose)**:

   - जमीन पर बैठें और एक पैर को दूसरे के घुटने के पार ले जाएं।

   - अपनी रीढ़ को मोड़ें और विपरीत हाथ से मुड़े हुए पैर को पकड़ें।

   - यह आसन रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है और कमर के दर्द को कम करता है।


3. **मार्जारी आसन (Cat-Cow Pose)**:

   - हाथ और घुटनों के बल खड़े हों (टेबल पोजीशन)।

   - साँस लेते हुए रीढ़ को नीचे की ओर झुकाएं (Cow Pose) और साँस छोड़ते हुए रीढ़ को ऊपर उठाएं (Cat Pose)।

   - इस अभ्यास से रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आता है और कमर दर्द में राहत मिलती है।


4. **शवासन (Corpse Pose)**:

   - जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं।

   - शरीर को पूरी तरह से आराम दें, आँखें बंद करें, और गहरी सांस लें।

   - यह आसन तनाव को कम करता है और शरीर को पूरी तरह से आराम देता है।


इन आसनों को नियमित रूप से करने से कमर दर्द में आराम मिल सकता है। हालांकि, यदि दर्द अधिक है या लगातार बना हुआ है, तो किसी चिकित्सक या फिजियोथेरेपिस्ट से सलाह लें।

फैटी लीवर से कैसे बचें ?

 

फैटी लीवर से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:


1. **स्वस्थ आहार**: संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें। फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और लीन प्रोटीन (जैसे कि मछली, चिकन, दालें) का सेवन करें। अधिक शुगर, तले हुए खाद्य पदार्थ और सैचुरेटेड फैट्स से बचें।


2. **वजन नियंत्रित करें**: अगर आपका वजन अधिक है, तो धीरे-धीरे वजन कम करने की कोशिश करें। यह फैटी लीवर के विकास को रोकने में मदद कर सकता है।


3. **शारीरिक गतिविधि**: नियमित व्यायाम करें। सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मध्यम-तीव्रता वाला एरोबिक व्यायाम, जैसे कि तेज़ चलना, साइकिल चलाना, या तैराकी करें।


4. **शराब से बचें**: शराब का सेवन कम करें या पूरी तरह से छोड़ दें। शराब लीवर पर भार डालती है और फैटी लीवर की समस्या को बढ़ा सकती है।


5. **स्वास्थ्य जांच**: नियमित रूप से लीवर फंक्शन टेस्ट करवाएं, खासकर अगर आपको पहले से लीवर संबंधित कोई समस्या है या आपको डायबिटीज़, उच्च रक्तचाप, या उच्च कोलेस्ट्रॉल है।


6. **दवाओं का सेवन समझदारी से करें**: कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें, क्योंकि कुछ दवाओं का अत्यधिक या अनुचित सेवन लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है।


इन उपायों को अपनाकर आप फैटी लीवर की समस्या से बच सकते हैं और अपने लीवर को स्वस्थ रख सकते हैं।